अर्थ : पवित्र माना जाने वाला एक झाड़ जिसकी पत्तियों में गंध होती है।
उदाहरण :
तुलसी की पत्तियाँ औषध के काम में आती हैं।
पर्यायवाची : अमृता, तीव्रा, तुलसी, त्रिदशमंजरी, त्रिदशमञ्जरी, पत्रपुष्पा, पर्णास, पावनी, पुण्या, पुष्पसारा, प्रेतराक्षसी, बहुमंजरी, भारवी, भूतघ्नी, भूतपत्री, मंजरीक, विश्वपावन, विश्वपूजिता, वृंदा, वृन्दा, वैष्णवी, श्रीमंजरी, श्रीमञ्जरी
अर्थ : एक पौधे की जड़ जो मसाले और रँगाई के काम में आती है।
उदाहरण :
हल्दी एक रोग प्रतिरोधक औषध है।
पर्यायवाची : कावेरी, तमस्विनी, तुंगी, त्रियामा, दीर्घरागा, निशाह्वा, निशि, पीता, पीतिका, प्रहर्षणी, मंगलप्रदा, मंगला, यामिनी, लसा, वरा, वरांगी, वरिष्ठा, वर्णदात्री, वर्णवती, वर्णविलासिनी, शिफा, शिवा, स्वर्णवर्णा, हरिद्रा, हलदी, हल्दी, हेमघ्ना, हेमरागिनी, हेर
अर्थ : एक पौधा जिसकी जड़ मसाले के काम आती है।
उदाहरण :
समय पर सिंचाई न होने के कारण हल्दी सूख गई।
पर्यायवाची : कावेरी, तमस्विनी, तुंगी, त्रियामा, दीर्घरागा, निशाह्वा, निशि, पीता, पीतिका, प्रहर्षणी, मंगलप्रदा, मंगला, यामिनी, वरा, वरांगी, वरिष्ठा, वर्णदात्री, वर्णवती, वर्णविलासिनी, वेधमुख्यक, शिफा, शिवा, शोभा, श्रीमत्, श्रीमान्, स्वर्णवर्णा, हरिद्रा, हलदी, हल्दी, हेमघ्ना, हेमरागिनी, हेर
अर्थ : श्रावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी।
उदाहरण :
पवित्रोपान एकादशी का व्रत करने से सब पापों से मुक्ति मिल जाती है।
पर्यायवाची : पवित्रोपान, पवित्रोपान एकादशी, पवित्रोपान-एकादशी, पुत्रदा एकादशी, पुत्रदा-एकादशी, श्रावन-शुक्ल एकादशी