अर्थ : किसी को प्रसन्न करने के लिए झूठी या अत्यधिक प्रशंसा करने की क्रिया, अवस्था या भाव।
उदाहरण :
लगता है कि मंजुली को तारीफ़ और चापलूसी में फ़र्क़ नहीं समझ आता है।
पर्यायवाची : कांड, काण्ड, खुशामद, चमचागिरी, चाटुकारिता, चाटुकारी, चापलूसी, जीहजूरी, जीहुजूरी, ठकुर सुहाती, ठकुरसुहाती, शंस, श्लाघनीयता, श्लाघा