अर्थ : एक वर्णवृत्त।
उदाहरण :
शालिनी के प्रत्येक चरण में क्रम से एक यगण, दो तगण और अंत में दो गुरु होते हैं।
अर्थ : कमल का मूल जो पतले लम्बे डंठल के रूप में होता है।
उदाहरण :
शीला कमल ककड़ी की सब्जी बना रही है।
पर्यायवाची : कमल ककड़ी, कमल कन्द, कमल मूल, कमलकंद, कमलककड़ी, कमलमूल, तंतुर, तंतुल, नलनीरुह, नलिनीरुह, पद्मकंद, पद्मकन्द, पौष्कर, भसिंड, भसिंडा, भसींड, भसींडा, भसीड, भसीडा, भिस्स, भिस्सा, मुरार, मृणाल, शिफा, शिफाक, शिफाकंद, शिफाकन्द