अर्थ : वह शास्त्र जिसमें शरीर के अंगों की बनावट और उनके कार्यों का विवेचन होता है।
उदाहरण :
चिकित्साशास्त्र में शरीरविज्ञान पढ़ना अनिवार्य होता है।
पर्यायवाची : अंग विद्या, विज्ञानदैहिकी, शरीर-शास्त्र, शरीरविज्ञान, शरीरशास्त्र