अर्थ : स्त्रियों का नृत्य जिसमें कोमल अंग भंगिमाओं के द्वारा मधुर भावों का प्रदर्शन होता है तथा जो श्रृंगार आदि कोमल रसों को उद्दीप्त करता है और इसमें गायन तथा वादन दोनों का योग रहता है।
उदाहरण :
लास्य देखकर मन प्रसन्न हो गया।
पर्यायवाची : रक्स, लास्य नृत्य