अर्थ : देवी-देवता या ईश्वर के प्रति होने वाला विशेष प्रेम।
उदाहरण :
ईश्वर के प्रति भक्ति होनी चाहिए।
अर्थ : किसी बड़े के प्रति होनेवाली श्रद्धा या आदर भाव।
उदाहरण :
संत,महात्माओं ने ज्ञान प्राप्त करने के लिए गुरु के प्रति भक्ति का होना आवश्यक बतलाया है।
पर्यायवाची : भक्ति-भाव
अर्थ : एक वर्णवृत्त।
उदाहरण :
भक्ति के प्रत्येक चरण में तगण, यगण एवं अंत में दो गुरु होते हैं।