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हिन्दी शब्दकोश से ठोकर शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

ठोकर   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य

अर्थ : किसी चीज के ठुकने अर्थात् टकराने आदि से लगनेवाला आघात जिससे कुछ टूटने-फूटने या हानि पहुँचाने की आशंका या संभावना हो।

उदाहरण : दर्पण सँभाल कर ले जाना कहीं ठोकर न लगने पाए।

पर्यायवाची : उढ़कन, उढ़ुकन

२. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य

अर्थ : वह चोट या आघात जो चलते समय किसी अंग में किसी कड़ी चीज से लगे।

उदाहरण : चलते समय पैर में पत्थर से ठोकर लग गई।
दरवाजे के चौखट से सिर पर ठोकर लग गई।

३. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु

अर्थ : लकड़ी, पत्थर आदि की वे वस्तुएँ जिससे ठोकर लगे।

उदाहरण : इस रास्ते में कई जगह ठोकरें हैं जरा बच कर चलना।

४. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : नंगे पैर के अगले भाग अथवा पहने हुए जूते की नोक या पंजे से किसी वस्तु या व्यक्ति पर किया जानेवाला आघात।

उदाहरण : टीटीआई ने ट्रेन की फर्श पर सो रहे यात्री को ठोकर मारकर जगाया।

५. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : एक प्रकार का कुश्ती का दाँव।

उदाहरण : पहलवान ने विपक्षी के पैर में ठोकर लगाकर उसे नीचे गिरा दिया।

६. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य

अर्थ : किसी प्रकार का ऐसा कड़ा या भारी आघात जो बहुत अधिक अनिष्टकर या हानिप्रद सिद्ध हुआ हो।

उदाहरण : कई बार ठोकरें खाकर भी वह सचेत नहीं हुआ।

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।