अर्थ : मन या बुद्धि की कोई नई उद्भावना या सूझ।
उदाहरण :
आप अपनी दिमाग़ी उपज को अपने पास ही रखिए।
अर्थ : गाई जाने वाली चीज की सुंदरता बढ़ाने के लिए उसमें बँधी हुई तानों के अलावा कुछ नई तानें, स्वर आदि अपनी ओर से मिलाने की क्रिया।
उदाहरण :
संगीतकार की उपज से गाने की सरसता बढ़ गई।