अर्थ : पुराणों के अनुसार हजार फनों वाला वह नाग जिसके फनों पर यह पृथ्वी ठहरी हुई है।
उदाहरण :
शेषनाग हिन्दुओं के एक देवता माने जाते हैं।
पर्यायवाची : अनंतदेव, अनंतशीर्ष, अनन्तदेव, अनन्तशीर्ष, अहिनाह, अहीश, आलुक, धरणीधर, धराधार, नागराज, नागाधिप, नागेश, फणींद्र, फणीन्द्र, फनिंद, भूमिधर, महिधर, शेष, शेष सर्प, शेषनाग, सर्पराज, सहस्त्रानन