अर्थ : किसी घोल में स्थित स्फटिकाभ एवं श्लेष्मी पदार्थों की अर्धपारगम्य झिल्ली के द्वारा विसरण करने की उनकी दर में अंतर होने के कारण उनको अलग करने की क्रिया क्योंकि स्फटिकाभ पदार्थ श्लेष्मी पदार्थों की अपेक्षा अधिक शीघ्रता से विसरण कर जाते हैं।
उदाहरण :
गुर्दे के ठीक से काम न करने पर डायलिसिस किया जाता है।
पर्यायवाची : डायलिसिस, डायलेसिस