१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
अर्थ : दूसरी के बाद आने वाली संख्या या गणना का क्रम, स्थिति, समय, आदि जो कि तीन की क्रमसूचक संख्या होती है।
उदाहरण :
रमेश तीसरी में पढ़ता है।
मैं तीसरी को घर जाऊँगा।
वह हर तीसरे को पकड़कर अपनी कथा सुनाती फिरती है।
पर्यायवाची :
3रा, तीसरा, तीसरी, ३रा, ३री