अर्थ : स्त्रियों का गहने, कपड़े आदि से अपने आपको सजाने की क्रिया।
उदाहरण :
कुछ स्त्रियों का अधिकांश समय शृंगार में व्यतीत होता है।
पर्यायवाची : आकल्प, नोंक-झोंक, नोंकझोंक, नोक झोक, नोक-झोंक, नोक-झोक, नोकझोंक, नोकझोक, बन-ठन, बन-सँवर, बनना-ठनना, बनना-सँवरना, बनाव शृंगार, बनाव-शृंगार, बनावशृंगार, मेकप, रूप सज्जा, शृंगार, शृंगार करना, सँवरना, सज-धज, सजधज, सजना, सजना सँवरना, सजना-धजना, सजना-सँवरना, सजना-सवँरना, साज शृंगार, साज श्रृंगार, साज सँवार, साज-शृंगार, साज-श्रृंगार, सिंगार
अर्थ : साहित्य के नौ रसों में से सबसे अधिक प्रसिद्ध प्रधान रस।
उदाहरण :
शृंगार रस में नायक-नायिका के मिलन अथवा संयोग से उत्पन्न सुख या वियोग के कारण होने वाले कष्टों का वर्णन होता है।
पर्यायवाची : आदिरस, शृंगार, शृंगार रस, श्रृंगार रस