अर्थ : किसी प्रकार की प्राप्ति या फल-सिद्धि के लिए बिना कुछ खाए-पिए या यों ही चुप-चाप कष्ट सहते हुए समय बिताना।
उदाहरण :
मोहन सुबह से ही टप रहा है।
अर्थ : व्यर्थ की प्रतीक्षा करना।
उदाहरण :
मुझे मालूम है कि सोहन नहीं आएगा पर उसका भाई महीनों से टप रहा है।