अर्थ : किसी चीज़ के किनारे पर शोभा के लिए बनाया या लगाया हुआ लटकनेवाला लहरियेदार किनारा।
उदाहरण :
वह झालर बनाने का काम करता है।
अर्थ : किसी वास्तु-रचना में शोभा या सजावट के लिए पत्थर, लकड़ी आदि को गढ़ या तराशकर बनाया जानेवाला लहरियेदार किनारा या बनावट।
उदाहरण :
पुराने घरों की मेहराबों की झालरें बहुत ख़ूबसूरत हुआ करती थीं।
अर्थ : लहरियेदार किनारे वाली कोई लटकती हुई चीज जो प्रायः हिलती रहती हो।
उदाहरण :
गोवर्धन पूजा के दिन गाय, बैल, बछड़े आदि के गले में झालर पहनाई जाती है।